साक्षात्कार से पूर्व आपको कौन-सी बातों का ध्यान रखना चाहिए? Interview Se Pahle

हाय दोस्तो नमस्कार, Top Job Gyan में आपका स्वागत है। दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे कि यदि हमारा इंटरव्यू होता है और हमें इंटरव्यू देने जाना है, तो उस समय हमें कौन-सी बातों का ध्यान रखना जरूरी है? साक्षात्कार (Interview) देते समय कौन-सी बातें जरूरी हैं? उससे पूर्व हमारे लिए कौन-सी तैयारी करना है? कैसे हमारी भाव रहे? कैसे हम सटीक जवाब दे सके? आदि तमाम जानकारी आप इस आर्टिकल के माध्यम से पड़ेंगे। आशा है आप इस आर्टिकल को पढ़ कर के इंटरव्यू देने जाते हैं तो आप की तैयारी हंड्रेड परसेंट अच्छी रहेगी। तो पोस्ट को पूरा पढ़ें यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही उपयोगी है। यदि आप इंटरव्यू देने जा रहे हैं तो चलिए शुरू करें।

साक्षात्कार से पूर्व
साक्षात्कार से पूर्व

आपको क्या करना चाहिए- (Apko Kya Karna Chahiye)

प्रमाणपत्रों को फाइल में लगाएँ Interview के समय बायोडाटा में दी गई सूचनाओं की पुष्टि के लिए प्रमाणपत्रों की आवश्यकता पड़ती है। अतः अपनी शैक्षणिक योग्यताओं, अनुभव आदि के सभी प्रमाणपत्रों को भली प्रकार फाइल में लगा लें।

यह ध्यान रखें कि प्रमाणपत्र प्राथमिकता के आधार पर क्रमबद्ध रूप से फाइल में लगे हों। साक्षात्कार के दौरान लगने वाले कागजात जैसे–डिग्री, डिप्लोमा, सार्टिफिकेट आदि की एक चेक-लिस्ट बना लें इससे आपको अपने प्रमाणपत्रों को सही ढंग से प्रस्तुत करने में सहायता मिलेगी।

उचित पोशाक पहनें- (Uchit Posak Pahne)

इंटरव्यू के दिन शालीन, अवसरानुकूल (मौसम अनुसार) पोशाक पहनें। एक अच्छी पोशाक से व्यक्तित्व में निखार आता है। पोशाक का चयन आपके व्यक्तित्व, चरित्र एवं मूल्यों को दर्शाता है। साक्षात्कारक बोर्ड के सदस्यों की आँखें आपकी ओर लगी होती हैं, वे आपके वस्त्रों से आपकी सोच,

आपके चरित्र और मूल्यों का आँकलन करने में अत्यधिक चतुर होते हैं। इसलिए शालीन, मौसम के अनुकूल और औपचारिक पोशाक पहने पोशाक ऐसी हो जिसमें आप स्वयं को सहज अनुभव करें। ज्यादातर Interview के दौरान फार्मल कपड़े ही पसंद किये जाते हैं। कृपया इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि आपका पहनावा ही आपके व्यक्तित्व को प्रदर्शित करता है अतः पोशाक चयन में सावधानी बरतें।

पुरूष सादा, हल्के रंग की, स्वच्छ एवं प्रेस की हुई कमीज और गहरे रंग की पैंट पहनें। कमीज और पैंट के रंग की सही मैचिंग का ध्यान अवश्य रखें। रंगों के चयन में सौम्यता का ध्यान रखें। यदि सहज अनुभव करते हों तो टाई अवश्य लगाएँ।

महिलाएँ औपचारिक पोशाक जैसे साड़ी अथवा सूट पहनें। वे तड़क-भड़क वाली या अत्याधुनिक पोशाक न पहनें एवं सौंदर्य प्रसाधनों का अत्यधिक प्रयोग भी न करें। यह ध्यान रखें कि आप एक प्रशासनिक अधिकारी बनने आयें हैं किसी विवाह या समारोह में सम्मिलित होने नहीं।

बाह्य व्यक्तित्व को सँवारें- (Vyakttov Ko Savaare)

साक्षात्कार में बाह्य व्यक्तित्व का विशेष महत्त्व है, क्योंकि इंटरव्यू कक्ष में प्रवेश करने पर Interview मण्डल सर्वप्रथम प्रत्याशी के बाह्य व्यक्तित्व को ही परखता है। बाह्य व्यक्तित्व व्यक्ति में मानसिक स्तर का दर्पण होता है। साक्षात्कार मण्डल पर प्रभाव जमाने के लिए स्वयं को Interview की प्रकृति अथवा पद के अनुरूप सँवारे।

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आपके बाल, नाखून, मूंछे ठीक से कटी हुई और सँवरी हों। अगर बाल कटवाने हों तो इंटरव्यू की तिथि से 10-15 दिन पहले कटवाएँ। नये रंगरूट बनकर न जाये। जूते सैंडिलें पॉलिश की हुई हों। महिलाएँ अधिक आभूषण न पहनें, वे गले में हल्का-सा हार या चैन पहन सकती हैं।

समय पर पहुँचे- (Samay Par Pahuche)

साक्षात्कार हेतु निर्धारित किए गए समय के कम-से-कम आधा घण्टा पूर्व Interview स्थल पर पहुँचे। ऐसा करने से आप अनावश्यक तनाव और हड़बड़ी से बच जाएंगे। कई बार इंटरव्यू स्थल को ढूँढने में काफी समय के बाद अथवा कुछ ही समय पूर्व साक्षात्कार स्थल पर पहुँच पाता है।

इससे अकारण तनाव पैदा होता है और Interview में प्रदर्शन प्रभावित होता है। अत: आप समय से पहले ही इंटरव्यू स्थल पर पहुँच जाएँ, इससे आप वहाँ के वातावरण से स्वयं को समायोजित कर सकेंगे और तनाव व साक्षात्कार से पूर्व उत्पन्न होने वाला मनोवैज्ञानिक दबाव कम होगा।

वहाँ उपस्थित अन्य प्रत्याशियों से बातचीत करके आप सहज हो सकेंगे। उनके साथ विचारों का आदान-प्रदान करने से आपको कुछ नवीन तथ्य प्राप्त होंगे और Interview का एक हल्का-फुल्का अभ्यास भी होगा। ।

चिंता और घबराहट से मुक्त रहें- (Chinta Oe Ghabrahat Se Mukt)

इंटरव्यू से पूर्व चिंता और घबराहट होना स्वाभाविक है, परंतु आत्मविश्वास के साथ अपनी सोच को सकारात्मक रखें। परिणाम की चिंता न करें। इससे आपको चिंता एवं घबराहट से मुक्त होने में सहायता मिलेगी। एकाग्रता, ध्यान आदि से भी अनावश्यक दबाव से बचा जा सकता है।

साक्षात्कार मण्डल प्रत्याशी के साथ सदैव सकारात्मक रवैया अपनाता है। उसके सदस्यों का व्यवहार कुछ ही समय में आपको सहज बना देगा। उनके लिए भी यह आवश्यक है कि वे प्रत्याशी को शीघ्र ही चिंता और घबराहट से मुक्त कर दें,

ताकि वे प्रत्याशी की वास्तविकता योग्यताओं का आँकलन कर सर्वाधिक उपयुक्त प्रत्याशी का चयन कर सकें। सामान्यतः Interview पैनल में एक मनोविज्ञानिक को भी सम्मिलित कर लेते हैं।

प्रसन्नचित्त एवं चुस्त रहें- (Parsnychit Av Chust Rahe)

इंटरव्यू के दिन प्रसन्न रहें। प्रसन्न एवं चुस्त रहने से व्यक्तित्व प्रभावशाली बनता है। दूसरों को प्रभावित किया जा सकता है। स्वयं को चुस्तीफुर्ती से भरपूर रखें। चुस्ती-फुर्ती एवं प्रसन्नता के लिए स्वस्थ रहना भी आवश्यक है।

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इसलिए पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। साक्षात्कार से पूर्व अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें, कहीं ऐसा न हो कि Interview वाले दिन आप बीमार पड़ जाएँ या किसी छोटी-मोटी बीमारी के शिकार हो जाएँ।

खुशमिजाजी- (Khausmijaji Bane)

इंटरव्यू के दौरान आपके प्रसन्न एवं हंसमुख रहने से माहौल काफी खुशनुमा बन जायेगा इसके अलावा आपकी मधुर मुस्कान, नमस्कार करने का तरीका उचित हो तो सदस्यों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा।

साक्षात्कार कक्ष में प्रवेश- (Interview Kakcha Me Parvesh)

जब आपका नाम Interview हेतु पुकारा जाए तो सहज हो जाएँ। अपनी पोशाक और टाई को ठीक करें। साक्षात्कार-कक्ष में प्रवेश करने से पूर्व दरवाजा खटखटाकर अंदर आने की अनुमति माँगें। अनुमति मिलने पर नपे-तुले कदमों से, जूतों की आवाज किए बिना कक्ष में प्रवेश करें और धीरे से दरवाजा बंद कर दें।

प्रवेश करते ही इंटरव्यू मण्डल के अध्यक्ष एवं सदस्यों का अभिवादन करें। जब आपसे बैठने के लिए कहा जाए तो सामान्य स्थिति में बैठ जाएँ। आराम तलब होकर अथवा अकड़कर न बैठे अनुभवी साक्षात्कार मण्डल आपको सहज बनाने के लिए अनौपचारिक प्रश्नों से Interview का प्रारंभ करता है।

जैसे-आपकी यात्रा सम्बन्धी, आपके गृह स्थान के मौसम सम्बंधी और ऐसे ही अन्य अनौपचारिक प्रश्नों से इंटरव्यू शुरू होता है। इस तरह के वार्तालाप से प्रत्याशी स्वयं को वातावरण में समायोजित कर लेता है और उसमें आत्मविश्वास उत्पन्न होता है।

शारीरिक हाव-भाव ठीक रखें- (Saririk Hao Bhao Thik Rakhe)

शारीरिक हाव-भाव से मनुष्य के व्यक्तित्व की पहचान होती है। साक्षात्कार में चलन, उठना, बैठना, देखना आदि शारीरिक क्रियाओं एवं अंग संचालन का विशेष महत्त्व होता है। आप Interview कक्ष में प्रवेश करते समय एवं इंटरव्यू के समय इन बातों का अवश्य ध्यान रखें। कक्ष में प्रवेश करते समय कमर और कंधों को सीधा रखें। कुर्सी पर शालीनता से बैठें। चेहरे पर प्रसन्नता और विश्वास का भाव रखें। खिला हुआ चेहरा व्यक्तित्व में निखार लाता है और सबको आकर्षित करता है।

साक्षात्कार के दौरान आपके चेहरे व आँखों से विश्वास झलकना चाहिए। साक्षात्कार मण्डल के सदस्यों की आँखों में देखते हुए प्रश्नों के उत्तर दें क्योंकि आँखें झुकाकर अथवा इधर-उधर देखते हुए उत्तर देने से आपके अंदर का भय, घबराहट और आत्मविश्वासहीनता प्रदर्शित होती है।

संक्षिप्त और सही उत्तर दें- (Sanchhipt Uttar De)

इंटरव्यू मण्डल के प्रश्नों के उत्तर देते समय संक्षिप्तताक का ध्यान रखें। यह महत्त्वपूर्ण नहीं होता कि आप कितना बोलते हैं बल्कि महत्त्व इस बात का होता है कि आप क्या और कैसे बोलते हैं। Interview मण्डल आपसे सटीक, सही और संक्षिप्त उत्तर की अपेक्षा करता है। संक्षिप्तता से तात्पर्य ‘हाँ’ अथवा ‘नहीं’ में उत्तर देने से नहीं वरन् विषय को स्पष्ट और सारगर्भित रूप में प्रस्तुत करने से है।

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कम बोलें- (Kam Bole)

किसी भी नौकरी के लिए दिया जाने वाला साक्षात्कार एक औपचारिक वार्तालाप होता है। औपचारिक वार्तालाप में इस बात का विशेष ध्यान रखना होता है कि कोई भी सूचना अकारण ही अपनी ओर से देने का प्रयास न किया जाए। इंटरव्यू के समय आप नपे-तुले शब्दों में वार्तालाप करें।

जब तक पूछा न जाए तब तक अपनी ओर से पहल करते हुए अपनी योग्यताओं का बखान न करें और न ही अनावश्यक प्रमाणपत्र कागजात दिखाने का प्रयास करें। किसी प्रश्न का उत्तर न आता हो तो विनम्रतापूर्वक क्षमा माँग लें, ऐसे समय अन्य जानकारियों देना अथवा वाक्पटुता का प्रदर्शन करना उचित नहीं होता।

ध्यानपूर्वक सुनें- (Dhyanpurvak Sune)

हमारे अन्दर दूसरों का अपनी बात सुनाने के साथ-साथ दूसरों को ध्यानपूर्वक सुनने का गुण भी होना चाहिए। दूसरों को ध्यानपूर्वके सुनकर ही हम उनकी बात को स्पष्ट रूप से समझकर उसका सही उत्तर दे सकते हैं। यदि हम किसी की बात को अधीरतापूर्वक सुनेंगे तो हम उत्तर में कोई ऐसी बात भी कह सकते हैं जो प्रश्न से असम्बद्ध हो।

अत: आप साक्षात्कारकर्ता के प्रश्न को पहले ध्यानपूर्वक सुनें उसके पश्चात् ही उत्तर दें। साक्षात्कारकर्ता को ध्यानपूर्वक सुनकर आप उसकों केवल प्रभावित ही नहीं करेंगे बल्कि इससे उसके मन में आपके प्रति एक सकारात्मक भाव भी पैदा होगा।

यदि आप प्रश्न को ठीक से समझ न पाए हों तो साक्षात्कारकर्ता से क्षमा माँगते हुए प्रश्न दोहराने को कहें। प्रश्न दोहराने को कहने में संकोच न करें क्योंकि प्रश्न को ठीक से न समझते हुए गलत उत्तर देना अत्यधिक हानिकारक है।

उत्तर संयम एवं शिष्टता से दें- (Uttar Saym Se De)

Interview मण्डल प्रत्याशी के संयम एवं शिष्टाचार का आकलन अवश्य ही करता है। अनेक बार साक्षात्कार मण्डल आपके सही उत्तर को गलत ठहराकर अथवा कोई अटपटा या नितांत व्यक्तिगत प्रश्न करके आपको उत्तेजित कर सकता है। ऐसी स्थिति स्वयं का सन्तुलित रखें और संयम कदापि न खोएँ।

शिष्टतापूर्वक उचित तर्क द्वारा उत्तर दें। ध्यान रखें कि इंटरव्यू मण्डल का उद्देश्य आपको चिढाना अथवा आपके व्यक्तिगत जीवन में झाँकने का नहीं होता। वह केवल यह देखना चाहता है कि उत्तेजनापूर्ण परिस्थितियों में आप संयम एवं शिष्टाचार तो नहीं खो देते। साथ ही मनोवैज्ञानिक सदस्य आपके हावभाव एवं ज्ञान तथा आत्मविश्वास की परीक्षा करने के लिए ही अटपटा या नितांत व्यक्तिगत प्रश्न करता है।

आत्मविश्वास व उत्साह से उत्तर दे- (Aatmavisvash Se Uttar De)

आत्मविश्वास एवं उत्साह किसी व्यक्ति का एक ऐसा गुण है जो उसके व्यक्तित्व से स्वत: ही झलकता है। इसके लिए किसी विशेष तैयारी की आवश्यकता नहीं वरन Interview को सामान्य रूप से लेने की आवश्यकता होती है।

यह तभी सम्भव है जब आप साक्षात्कार के परिणाम से चिन्तामुक्त होकर स्वयं को प्रस्तुत करें। इंटरव्यू के दौरान प्रसन्न मुद्रा में रहते हुए प्रत्येक प्रश्न का उत्तर आत्मविश्वास व उत्साह के साथ दें। मन में यदि कोई डाउट हो तो उस चीज को बोर्ड के समक्ष न लायें।

भाषा दक्षता का ध्यान रखें- (Bhasha Ka Dhyan Rakhe)

भाषा ही विचारों की अभिव्यक्ति का माध्यम है। भाषा दक्षता के बिना हम अपने मन के विचारों को ठीक प्रकार से प्रस्तुत नहीं कर सकते। वही प्रत्याशी Interview में सफल हो सकता है जो अपने विचारों को भाषा-कौशल के साथ अभिव्यक्त करने की क्षमता रखता है।

इसलिए आप साक्षात्कार देते समय शब्द चयन, स्वर के उतार-चढ़ाव, सही उच्चारण, वाक्य में विराम चिन्हों के प्रयोग आदि का ध्यान रखें। बोलते समय वाक्यों के बची में थोड़ा विराम देने से बात को प्रभावशाली ढंग से कहा जा सकता है।

भाषा एवं संवाद-कौशल के विकास के लिए आप किसी भी जनरुचि के विषय पर कुछ पंक्तियों के उच्चारण का अभ्यास करें। आकाशवाणी से प्रसारित होने वाले समाचारों, वार्ताओं, परिचर्चाओं को ध्यानपूर्वक सुनना भी लाभकारी रहता है।

इससे शब्दों के सही उच्चारण का ज्ञान होता है साथ ही विविध विषयों की नवीनतम जानकारी भी प्राप्त हो जाती है, परन्तु यह आवश्यक है कि प्रतिदिन स्वलिखित अथवा समाचार-पत्र की कुछ पंक्तियों को बोलकर पढ़ने का अभ्यास किया जाए।

क्रमबद्धता का ध्यान रखें- (Kirambadhyta Ka Dhyan Rakhe)

किसी भी प्रश्न का उत्तर देते समय क्रमबद्धता का ध्यान अवश्य रखें। उदाहरण के तौर पर यदि यह प्रश्न पूछा जाए कि 1857 ई. की क्रान्ति के विषय में आप क्या जानते हैं? तो उत्तर देते समय क्रान्ति के कारण, स्वरूप परिणाम निष्कर्ष आदि को क्रमबद्ध रूप से प्रस्तुत करें और उचित तर्कों द्वारा अपने विचारों की पुष्टि करें।

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स्वाभाविक रहें- (Savbhabhik Rahe)

प्रत्येक व्यक्ति स्वाभाविक रूप से दूसरे से भिन्न होता है। साक्षात्कार के समय यह भिन्नता प्रकट होनी चाहिए। इसके लिए इंटरव्यू मण्डल के सामने स्वयं को स्वाभाविक रूप में प्रस्तुत करें। किसी भी प्रकार के बनावटी व्यवहार से बचें। बनावटीपन अधिक समय तक नहीं चलता।

Interview मण्डल के सदस्य अस्वाभाविक व्यवहार को शीघ्र ही जान जाते हैं। बनावटीपन से स्पष्ट रूप से प्रकट होता है कि प्रत्याशी द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे विचार स्वयं उसके नहीं बल्कि दूसरों के और पूर्वनिर्धारित या रहे रटाएँ हैं और उसके व्यक्तित्व के अनुरूप नहीं हैं।

साक्षात्कारकर्ता एक अभिनेता के स्थान पर स्वाभाविक व्यक्ति को देते हैं। अतः आप साक्षात्कार के समय स्वाभाविक व्यवहार करें। इंटरव्यू मण्डल पर अन्तिम छाप छोड़ें Interview की समाप्ति पर साक्षात्कार मण्डल के सदस्यों को मुस्कराते हुए विनम्रतापूर्वक धन्यावाद दें। यदि कोई साक्षात्कारकर्ता हाथ मिलाने की पहल करता है तो उससे मुस्कराते हुए हाथ मिलाएँ।

इंटरव्यू मण्डल की ओर मुख रखते हुए कक्ष का दरवाजा खोलें। बिना आवाज किए बाहर निकलें और धीमें से दरवाजा बन्द कर दें। इस प्रकार अन्तिम रूप से आप शिष्टाचार का पालन कर साक्षात्कार मण्डल पर अपना स्थायी प्रभाव छोड़ सकते हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों अपने ऊपर दिए गए कंटेंट के माध्यम से यह जाना कि हम इंटरव्यू देने जाने से पूर्व हमें कौन-सी तैयारी करना है? हमें कैसे साक्षात्कार में अपना बर्ताव करना है? कैसे सही जवाब देना है? और कैसे हमारा स्वभाव रहेगा, आदि तमाम जानकारी आपने इस पोस्ट में पड़ी, आशा है आपको यह जानकारी जरूर अच्छी लगी होगी। अपने दोस्तों के साथ भी इसे शेयर करें, आपकी कामयाबी ही हमारा उद्देश है।

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